राज्य के 124 सरकारी और प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेजों में बीटेक फस्र्ट सेमेस्टर की 54 हजार 600 में से खाली रही करीब 20 हजार सीटों पर कॉलेज ही सीधे प्रवेश दे सकेंगे।
सोमवार को तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख शासन सचिव विपिन चंद्र शर्मा ने कहा कि इस बारे में तकनीकी शिक्षा बोर्ड के निदेशक को फोन पर निर्देश दे दिए हैं, आदेश मंगलवार को जारी कर दिए जाएंगे। सीधे प्रवेश पिछले साल की तरह वरीयता क्रम से ही दिए जाएंगे। आरपीईटी,11 में ऑप्शन फॉर्म भरने वाले 23 हजार 65 छात्रों को पहले राउंड में सीटें आवंटित करने के बाद इन दिनों अपवर्ड मूवमेंट की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसमें ड्रॉप आउट सीटों पर सहमति पत्र के आधार पर 5 हजार छात्रों को ब्रांच बदलने का मौका दिया गया है। इसके बाद रिक्त सीटों की मैट्रिक्स जारी की जाएगी।
45 फीसदी अंक पर भी मिल जाएगा प्रवेश
सीनियर सैकंडरी में 45 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले छात्र सीधे इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला ले सकते हैं। अपवर्ड मूवमेंट के बाद अब कॉलेज स्तर पर वरीयता के आधार पर विभिन्न ब्रांचों की रिक्त सीटें भरी जाएंगी। इसमें पहली वरीयता आरपीईटी परीक्षार्थी, फिर राज्य के मूल निवासी और उसके बाद राज्य से बाहर के छात्रों को भी प्रवेश मिल सकेगा।
सोमवार को तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख शासन सचिव विपिन चंद्र शर्मा ने कहा कि इस बारे में तकनीकी शिक्षा बोर्ड के निदेशक को फोन पर निर्देश दे दिए हैं, आदेश मंगलवार को जारी कर दिए जाएंगे। सीधे प्रवेश पिछले साल की तरह वरीयता क्रम से ही दिए जाएंगे। आरपीईटी,11 में ऑप्शन फॉर्म भरने वाले 23 हजार 65 छात्रों को पहले राउंड में सीटें आवंटित करने के बाद इन दिनों अपवर्ड मूवमेंट की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसमें ड्रॉप आउट सीटों पर सहमति पत्र के आधार पर 5 हजार छात्रों को ब्रांच बदलने का मौका दिया गया है। इसके बाद रिक्त सीटों की मैट्रिक्स जारी की जाएगी।
45 फीसदी अंक पर भी मिल जाएगा प्रवेश
सीनियर सैकंडरी में 45 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले छात्र सीधे इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला ले सकते हैं। अपवर्ड मूवमेंट के बाद अब कॉलेज स्तर पर वरीयता के आधार पर विभिन्न ब्रांचों की रिक्त सीटें भरी जाएंगी। इसमें पहली वरीयता आरपीईटी परीक्षार्थी, फिर राज्य के मूल निवासी और उसके बाद राज्य से बाहर के छात्रों को भी प्रवेश मिल सकेगा।
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