• मदवि के वाइस चांसलर ने दिखाई हरी झंडी
• रिक्त सीटों पर दाखिले का खत्म हुआ इंतजार
• विवि ने कॉलेजों को जारी किए दिशा-निर्देश
• रिक्त सीटों पर 16 अगस्त तक होंगे दाखिले
• फिर भी सीटें बचीं तो 31 अगस्त तक दाखिले
कॉलेजों में खाली बची सीटों पर दाखिले का इंतजार अब खत्म हो गया है। दाखिले से चूके योग्य छात्र अब कॉलेज की दहलीज में कदम रख सकेंगे। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर ने खाली सीटों पर दाखिले के लिए ग्रीन सिग्नल दिखा दिया है। सभी कॉलेजों को इसको लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
मालूम हो कि कॉलेजों में 15 जुलाई के बाद से रिक्त सीटों पर लेट फीस के साथ दाखिला कार्यक्रम चल रहा है। 31 जुलाई तक कॉलेजों ने अपने स्तर पर दाखिला प्रक्रिया को अंजाम दिया, लेकिन इसके बाद रिक्त सीटों पर दाखिला देने का अधिकार कॉलेजों को नहीं होता। विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर की मंजूरी के बिना कॉलेज अपने यहां संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों की रिक्त सीटों पर दाखिले नहीं दे पाते।
शुक्रवार को वाइस चांसलर की मंजूरी के साथ विश्वविद्यालय ने रिक्त सीटों पर दाखिले की अधिसूचना जारी कर दी। सभी संबंधित कॉलेज ऑर्ट्स, साइंस और कॉमर्स पाठ्यक्रमों में सत्र 2011-12 के लिए रिक्त सीटों पर 16 अगस्त तक एक हजार रुपये विलंब शुल्क के साथ दाखिले दे सकेंगे। इसके पश्चात भी सीटें रिक्त बचती हैं, तो 31 अगस्त तक 1,500 रुपये विलंब शुल्क के साथ दाखिले दिए जाएंगे।
मदवि द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार, पहले से उपलब्ध आवेदन पत्रों में से प्रवेश दिया जाएगा। प्रवेश देते वक्त विश्वविद्यालय के नियमों की अनुपालना की जाएगी। यदि प्रवेश के लिए अभ्यर्थी उपलब्ध नहीं है, तो नए आवेदन पत्र आमंत्रित किए जा सकते हैं। यदि आरक्षित वर्गों की परिवर्तित सीट पर आरक्षित वर्ग का अभ्यर्थी प्रवेश के लिए आता है, तो उसको प्राथमिकता दी जाएगी। स्पष्टीकरण के लिए शैक्षणिक शाखा से संपर्क किया जा सकता है।
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