हरियाणा की शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने कहा है कि अगर
किसी बच्चे को बचपन में ही पता चल जाए कि वह आठवीं कक्षा तक फेल नहीं होगा
तो वह वो किताबी ज्ञान हासिल नहीं कर सकेगा जो भविष्य में कॅरिअर बनाने में
उसके काम आ सकता है। ऐसे में कक्षा पांच और आठ को बोर्ड परीक्षा में शामिल
किया जाना जरूरी है।
स्कूलों में पढ़ाई का स्तर सुधारने के
लिए पिछले दिनों नई दिल्ली में देशभर के शिक्षामंत्रियों के सम्मेलन में भी
उन्होंने यह बात उठाई थी कि सतत मूल्यांकन के साथ-साथ पांचवीं व आठवीं में
बोर्ड जैसी परीक्षा होनी चाहिए।
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