● इस वर्ष नहीं होगा सतत मूल्यांकन
● प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने राज्य सरकार को लिखा पत्र
राज्य की प्रारंभिक शिक्षा में इस वर्ष भी परीक्षा पुराने पैटर्न पर ही होगी। सतत मूल्यांकन नहीं होगा और न ही किसी बालक को फेल किया जाएगा। प्रारंभिक शिक्षा में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम इस वर्ष 8वीं कक्षा में ही लागू किया गया है। अगले सत्र में कक्षा छह और सात में इसे लागू किया जाएगा। इस वजह से शिक्षा विभाग ने इस वर्ष भी परीक्षाएं पुराने पैटर्न पर ही करवाने का निर्णय लिया है।
प्रथम परख हो चुकी है। अब द्वितीय परख की तैयारी की जा रही है। उधर, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, उदयपुर (एसआईईआरटी) में सतत मूल्यांकन को लेकर पायलट प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है।
शिक्षकों को इसका प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। सतत मूल्यांकन की प्रक्रिया तय की जाएगी। संभवतया अगले वर्ष तक इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा। फिलहाल चालू शिक्षा सत्र में ही परीक्षाएं पुराने पेटर्न पर करवाई जा रही है।
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