Sunday, May 15, 2011

हैडमास्टर के 2093 पदों के लिए होगी भर्ती

90 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षक हैडमास्टर भर्ती दायरे से बाहर
हायर सैकंडरी स्कूल में पढ़ाने तथा मिडिल स्कूल में प्रशासनिक काम के अनुभव की शर्तों से अड़चन  
भर्ती के लिए ये शर्तें : स्नातक उपाधि साथ में शिक्षा में डिग्री या डिप्लोमा। हाई स्कूल, जूनियर हायर सैकंडरी, हायर सैकंडरी कक्षाओं में 5 साल का अनुभव या 
 मिडिल  
स्कूल  में चार वर्ष तक का प्रशासकीय अनुभव। राजस्थान शिक्षा सेवा नियम के शिड्यूल के तहत सीनियर टीचर या इससे उच्च पदों  
 पर पांचसाल अध्यापन का अनुभव। देवनागरी लिपि में हिंदी का व्यावहारिक एवं राजस्थान की संस्कृति का ज्ञान।


  शिक्षा विभाग में प्रधानाध्यापक एवं इसके समकक्ष 2093 पदों के लिए होने वाली भर्ती से राज्य के 90 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षक सीधे तौर पर बाहर हो गए हैं। हायर सैकंडरी, हाई स्कूल में पढ़ाने तथा मिडिल स्कूल में प्रशासनिक काम के अनुभव की शर्तों ने उनकी योग्यता को दरकिनार कर दिया। दिलचस्प यह है कि प्रधानाध्यापक भर्ती में शामिल होने से वंचित रहने वाले ये शिक्षक वे सभी शैक्षणिक योग्यताएं रखते हैं, जो सैकंडरी स्तर के स्कूलों में पढ़ा रहे उनके ही समकक्ष तृतीय श्रेणी के शिक्षक रखते हैं। समान शैक्षणिक योग्यता के बावजूद बड़ी संख्या में शिक्षकों के वंचित होने से इस भर्ती पर सवाल खड़े हो गए हैं।
   माध्यमिक शिक्षा विभाग में इन पदों की भर्ती राजस्थान लोक सेवा आयोग के माध्यम से की जा रही है। आयोग ने इसके लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू भी कर दी है। विभाग के नियम-कायदों से पीडि़त वे शिक्षक हैं, जो बीएड सहित अन्य योग्यताएं पूरी करने के बावजूद महज इसलिए भर्ती से वंचित हो गए कि वे प्राथमिक स्कूलों में सेवारत हैं। इनमें कई शिक्षक उच्च प्राथमिक स्कूलों में भी हैं।

अड़चन यहां : प्राथमिक-उच्च प्राथमिक स्कूलों में करीब 90 हजार ऐसे शिक्षक हैं जो लंबे समय से सेवारत हैं। इनमें से बड़ी संख्या में प्रति नियुक्तियों पर उच्च कक्षाओं में भी अध्यापन करा रहे हैं या करा चुके हैं। क्रम संख्या 2 की शर्त पूरी नहीं करने के कारण अब भर्ती से बाहर हुए।
खतरा यह भी : अंदेशा यह भी है कि निजी स्कूलों में पढ़ा रहे बड़ी संख्या में शिक्षक जुगाड़ कर अध्यापन अनुभव प्रमाण-पत्र पेश कर भर्ती में शामिल हो सकते हैं, जबकि तृतीय श्रेणी शिक्षक राजकीय सेवा में होने से ऐसा किसी भी हाल में नहीं कर सकते।
-D.Bhaskar(Jaipur) Published on 9May,2011

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