प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में कार्यरत करीब 29 हजार शिक्षकों
की तबादला प्रक्रिया आरंभ हो गई है। पांच साल से अधिक समय से एक ही स्थान
पर जमे शिक्षकों के तबादले तय हैं। प्रदेश सरकार ने पांच साल से कम समय से
एक स्थान पर तैनात शिक्षकों से तबादलों के बारे में राय पूछी है। ऐसे
शिक्षक यदि चाहेंगे तो उनके तबादले होंगे अन्यथा वे अपने पुराने स्थान पर
काम करते रहेंगे।
करीब 11 हजार पोस्ट ग्रेजुएट टीचर्स (पीजीटी)
की तबादला प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्राइमरी शिक्षकों के आनलाइन
तबादलों की प्रक्रिया आरंभ की गई है। मौलिक शिक्षा निदेशालय की ओर से
शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे ऑनलाइन तबादलों के लिए वेबपोर्टल खोला गया है।
शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास के निर्देश पर उन पीजीटी के
तबादला विवादों का भी निस्तारण किया जा चुका है, जिन्होंने तबादलों के
विकल्प नहीं भरे थे अथवा तकनीकी कारणों से जिनके तबादले नहीं हो पाए थे।
ऐसे करीब एक हजार मामले थे, जिनमें से अब डेढ़ सौ का निस्तारण बाकी है।प्रदेश में 8893 प्राइमरी स्कूल हैं, जिनमें 35 हजार शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं। इन पदों के विपरीत 29 हजार प्राइमरी शिक्षक काम कर रहे हैं। जिन शिक्षकों को एक ही स्कूल में पांच साल हो गए, उन्हें फिलहाल तबादलों के विकल्प नहीं भरने हैं। उनके तबादले हर हाल में होंगे। फिलहाल उन शिक्षकों को हां और नहीं के विकल्प भरने को कहा गया है, जिन्हें एक ही स्थान पर पांच साल से कम हुआ है। ऐसे शिक्षक यदि तबादलों के लिए हां का विकल्प भरते हैं तो शिक्षा विभाग के वेबपोर्टल में रिक्तियां शो हो जाएंगी, जिन पर तबादले संभव हैं।
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