हरियाणा सरकार ने अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के कल्याण के लिए चलाई जा रही पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना में संशोधन कर परिवार के सभी सदस्यों की वार्षिक आय सीमा एक लाख रुपए से बढ़ाकर दो लाख रुपए तय कर दी है।
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति हेतू परिवार की वार्षिक आय को एक लाख से बढ़ाकर दो लाख रुपए तय कर दी गई है।
ग्रुप ए के अंतर्गत संशोधित दरों के अनुसार डे स्कॉलर को 550 रुपए तथा हॉस्टलर को 1200 रुपए मासिक भत्ता दिया जाता है, जबकि पुरानी दरों के अनुसार इसी वर्ग के डे स्कॉलर को 330 रुपए तथा हॉस्टलर को 740 रुपए मासिक भत्ता दिया जाता था। ग्रुप दो के विद्यार्थियों के लिए डे स्कॉलर को 530 रुपए तथा हॉस्टलर को 820 रुपए मासिक भत्ता तय किया गया है, जबकि पुरानी दरों के अनुसार डे स्कॉलर को 330 रुपए तथा हॉस्टलर को 510 रुपए मासिक भत्ता दिया जाता था। ग्रुप तीन के तहत संशोधित दरों के अनुसार डे स्कॉलर को 300 रुपए तथा हॉस्टलर को 570 रुपए प्रति माह भत्ता दिया जाता, जबकि पुरानी दरों के अनुसार डे स्कॉलर को 185 रुपए एवं हॉस्टलर को 355 रुपए मासिक भत्ता दिया जाता था। ग्रुप चार के विद्यार्थियों को संशोधित दरों के अनुसार डे स्कॉलर 230 रुपए तथा हॉस्टलर 380 रुपए प्रति माह भत्ता दिया जाता, जबकि पुरानी दरों के अनुसार डे स्कॉलर को 140 रुपए तथा हॉस्टलर को 235 रुपए प्रति माह भत्ता दिया जाता था।
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति हेतू परिवार की वार्षिक आय को एक लाख से बढ़ाकर दो लाख रुपए तय कर दी गई है।
ग्रुप ए के अंतर्गत संशोधित दरों के अनुसार डे स्कॉलर को 550 रुपए तथा हॉस्टलर को 1200 रुपए मासिक भत्ता दिया जाता है, जबकि पुरानी दरों के अनुसार इसी वर्ग के डे स्कॉलर को 330 रुपए तथा हॉस्टलर को 740 रुपए मासिक भत्ता दिया जाता था। ग्रुप दो के विद्यार्थियों के लिए डे स्कॉलर को 530 रुपए तथा हॉस्टलर को 820 रुपए मासिक भत्ता तय किया गया है, जबकि पुरानी दरों के अनुसार डे स्कॉलर को 330 रुपए तथा हॉस्टलर को 510 रुपए मासिक भत्ता दिया जाता था। ग्रुप तीन के तहत संशोधित दरों के अनुसार डे स्कॉलर को 300 रुपए तथा हॉस्टलर को 570 रुपए प्रति माह भत्ता दिया जाता, जबकि पुरानी दरों के अनुसार डे स्कॉलर को 185 रुपए एवं हॉस्टलर को 355 रुपए मासिक भत्ता दिया जाता था। ग्रुप चार के विद्यार्थियों को संशोधित दरों के अनुसार डे स्कॉलर 230 रुपए तथा हॉस्टलर 380 रुपए प्रति माह भत्ता दिया जाता, जबकि पुरानी दरों के अनुसार डे स्कॉलर को 140 रुपए तथा हॉस्टलर को 235 रुपए प्रति माह भत्ता दिया जाता था।
No comments:
Post a Comment