महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक कार्यों को सरल बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। विश्वविद्यालय से संबंधित कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों का बार-बार अनुक्रमांक नहीं बदला जाएगा। बल्कि पहले सेमेस्टर से लेकर आखिरी सेमेस्टर तक एक ही अनुक्रमांक आवंटित करने की प्रणाली शुरू कर दी है।
विश्वविद्यालय से संबंधित कॉलेजों में पढ़ने वाले लाखों विद्यार्थियों को एक ही अनुक्रमांक प्रणाली का खासा लाभ मिलेगा। इसके साथ ही विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली भी काफी सरल हो जाएगी। अब तक दो या तीन वर्ष के पाठ्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों के अनुक्रमांक चार से छह बार बदल जाते थे। इसके अलावा परीक्षाओं के दौरान रि-अपीयर आने पर भी अनुक्रमांक बदल दिया जाता था। अलग-अलग अनुक्रमांक के चलते अक्सर कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रशासन उलझन में पड़ जाते थे। जरा सी भी चूक होने पर विद्यार्थियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता था।
विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डा. बीएस सिंधु ने बताया कि विश्वविद्यालय संबंधित छात्र को पहले सेमेस्टर की परीक्षाओं में जो अनुक्रमांक आवंटित करेगा, वही अनुक्रमांक अंतिम सेमेस्टर तक रहेगा। इस बीच रि-अपीयर आने पर भी अनुक्रमांक बदला नहीं जाएगा। इस प्रक्रिया के शुरू होने से विद्यार्थियों और उनके रिकॉर्ड तैयार करने में बेहद आसानी होगी।
No comments:
Post a Comment