हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने अपनी
परीक्षा प्रणाली में बदलाव कर दिया है। अब 10वीं और 12वीं कक्षा के
प्रथम सेमेस्टर की बोर्ड परीक्षाएं स्कूली स्तर पर कराई जाएंगी।
स्कूली
स्तर पर होने वाली इन परीक्षाओं के लिए प्रश्न-पत्र बोर्ड द्वारा ही तैयार
किया जाएगा। परीक्षाओं के आयोजन के बाद स्कूल प्रशासन ही
विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य पूरा करवाएगा, जिसके
बाद अंकों का चार्ट तैयार कर बोर्ड अधिकारियों के पास भेजा जाएगा।
इन
अंकों को बोर्ड द्वारा आयोजित कराई जाने वाली दूसरे व फाइनल सेमेस्टर की
परीक्षाओं के अंकों के साथ जोड़कर ही परिणाम घोषित किया जाएगा।
बोर्ड का समय बचेगा
स्कूली
स्तर पर परीक्षाओं के आयोजन से बोर्ड को समय की बचत होगी। प्रतिवर्ष सेमेस्टर सिस्टम की परीक्षाओं के आयोजन पर करीब 50 दिन का समय
बर्बाद होता है। इसमें 20 दिन परीक्षाओं के आयोजन और कम से कम 30 दिन उत्तर
पुस्तिका मूल्यांकन कार्य के शामिल हैं।
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