देश की प्रतिष्ठित परीक्षा में लगातार तीसरे साल
बेटियों ने बुलंदियों का नया आसमान छू लिया है। संघ लोक सेवा आयोग ने
शुक्रवार को 2012 में आयोजित भारतीय सिविल परीक्षा के फाइनल नतीजे घोषित
किए, जिसमें पहले तीन स्थानों में से दो पर लड़कियां काबिज हैं। केरल की
हरिथा वी कुमार ने टॉप किया जबकि दिल्ली की छात्र स्तुति चरन तीसरे रैंक पर
रहीं। केरल के वी श्रीराम ने दूसरा रैंक पाकर लड़कों में पहला स्थान हासिल
किया। साल 2011 में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) की
एमबीबीएस स्नेहा अग्रवाल ने यूपीएससी में शीर्ष स्थान हासिल किया था जबकि
2010 में चेन्नई की लॉ ग्रेजुएट एस दिव्यदर्शिनी पहले स्थान पर रहीं थी। इस
बार कुल 998 उम्मीदवार सफल घोषित हुए हैं।
ऑल
इंडिया टॉपर हरिथा वी कुमार ने केरल विश्वविद्यालय से बीटेक की पढ़ाई की
है। वह दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर से पढ़ाई कर रहीं थीं। उन्होंने अपने
चौथे प्रयास में यह मुकाम हासिल किया है। हरिथा ने अर्थशास्त्र और मलयालम
को अपने विषय के रूप में चुना था। वी श्रीराम ने केरल विवि से एमबीबीएस की
पढ़ाई पूरी की है। यह उनका दूसरा प्रयास था। तीसरे रैंक पर रही स्तुति चरन
जोधपुर विवि से बीएससी व आईआईपीएम (दिल्ली) से मार्केटिंग मैनेजमेंट की
पढ़ाई कर चुकी हैं।
सिविल सर्विस परीक्षा के
लिए इस साल रिकॉर्ड 5,36,506 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। प्रारंभिक
परीक्षा में 2,71, 422 उम्मीदवार बैठे थे। इनमें से मुख्य परीक्षा के लिए
13,092 और फिर पर्सनल टेस्ट के लिए 2,674 उम्मीदवारों को शॉर्ट लिस्ट किया
गया। 998 सफल उम्मीदवारों में 753 लड़के व 245 लड़कियां हैं। इनमें सामान्य
वर्ग से 457 (23 शारीरिक रूप से विकलांग), ओबीसी 295, 169 एससी व 77 एसटी
श्रेणी के उम्मीदवार हैं।
सफल उम्मीदवारों
के घोषित नतीजों केसाथ ही 92 उम्मीदवारों की एक रिजर्व सूची भी जारी की गई।
नतीजों की जानकारी यूपीएससी की वेबसाइट से
प्राप्त की जा सकती है। उम्मीदवारों को उनके अंक वेबसाइट पर ही 15 दिन के
भीतर पता चल जाएंगे।
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