राज्य की स्कूली शिक्षा में 19 हजार से अधिक तृतीय श्रेणी शिक्षकों की पदोन्नतियां होंगी। शिक्षा विभाग ने मंडलवार वरिष्ठता सूचियों पर मशक्कत शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग में इन दिनों डीपीसी का काम चल रहा है।
इन दो दिनों में किसी भी मंडल के तृतीय श्रेणी शिक्षकों की वरिष्ठता सूचियां तैयार नहीं हो पाई। चूरू मंडल का तो रिकॉर्ड ही अस्त-व्यस्त बताया जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से अधिकारियों को विभिन्न मंडलों में भेजा गया है। उनका पूरा समय रिकॉर्ड देखने में ही निकल गया।
पूर्व में तृतीय श्रेणी से द्वितीय श्रेणी में पदोन्नतियां जिला स्तर पर सामान्य पदनाम से होती थी लेकिन राजस्थान शिक्षा सेवा नियम 1971 में 18 जुलाई 2008 को हुए संशोधन के अनुसार तृतीय से द्वितीय श्रेणी में पदोन्नतियां विषयवार और मंडल स्तर पर होने लगी हैं।
मंडल में शामिल सभी जिलों के तृतीय श्रेणी शिक्षकों और प्रयोगशाला सहायकों की वरिष्ठता सूचियां समेकित करनी होंगी। मंडल के जिलों में कुल रिक्त पदों पर पदोन्नति के लिए हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, उर्दू, पंजाबी, सिंधी, गुजराती, विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान की विषयवार पात्रता बनानी होगी। पदोन्नति के बाद स्कूलों में विषयवार पदस्थापन किया जाएगा।