राजस्थान यूनिवर्सिटी की एकेडमिक कमेटी की शुक्रवार को हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि यूजीसी के नए नियमों के तहत नेट और स्लेट कर चुके अभ्यर्थियों को ही सहायक प्रोफेसर पद के लिए मौका दिया जाएगा। साथ ही, जो लोग प्री पीएचडी के जरिए पीएचडी करेंगे, केवल वे ही सहायक प्रोफेसर पद के लिए योग्य माने जाएंगे।
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