प्रदेश के लाखों जेबीटी व बीएड डिग्री धारकों को एचटेट परीक्षा का बेसब्री
से इंतजार है पर इस बार भी वर्ष 2010 का इतिहास दोहराया जा सकता है। भले ही
राष्ट्रीय शिक्षा परिषद के नियमानुसार एचटेट की परीक्षा हर साल होनी
चाहिए, लेकिन वर्ष 2012 में यह नियम टूटने की पूरी संभावना है। क्योंकि इस
परीक्षा को लेकर अभी तक कोई तैयारी नहीं है। नवंबर 2011 में संपन्न हुई एचटेट परीक्षा में लगभग साढ़े 5 लाख
परीक्षार्थी बैठे थे और इसकी तैयारियों में शिक्षा बोर्ड लगभग 4 माह पूर्व
ही जुट गया था। लेकिन इस बार एचटेट को लेकर शिक्षा बोर्ड ने पूरी तरह से
चुप्पी साधी हुई है। वैसे भी 20 सितंबर से प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं
शुरू होने जा रही हैं, जो लगभग दो माह चलेंगी। ऐसे में शिक्षा बोर्ड
प्रशासन के पास वर्ष 2012 में एचटेट आयोजित करवाने के लिए पूरा समय बचेगा
ही नहीं।
हरियाणा सरकार ने सबसे पहले सन 2008 में देश में सबसे
पहले अध्यापक पात्रता परीक्षा शुरू की थी। सन 2009 में केंद्र सरकार ने
आरटीई लागू कर दी है और आरटीई में शिक्षा सुधार के मकसद से पूरे देश में
अध्यापक पात्रता परीक्षा करवाना अनिवार्य कर दिया गया। इसकी गाइडलाइन
राष्ट्रीय शिक्षा परिषद द्वारा तैयार की गई हैं।
इनके अनुसार हर साल अध्यापक पात्रता परीक्षा आयोजित की जानी अनिवार्य है।
सन 2009 में दो बार अध्यापक पात्रता परीक्षा आयोजित की गई, लेकिन इसके बाद
2010 में यह परीक्षा नहीं करवाई गई। 2011 के अंत में एचटेट करवाई गई तो
इसमें लगभग साढ़े पांच लाख परीक्षार्थी बैठे थे।
एचटेट को लेकर अभी तक कोई दिशा निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं।
-डी के बेहरा सचिव, शिक्षा बोर्ड
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