नए सत्र में दो साल में डीएड का डिप्लोमा करने के अलावा छात्रों को एक साल की इंटर्नशिप भी करनी अनिवार्य होगी।
अब डीएड करने के लिए कुल तीन साल का समय देना होगा। इसका उद्देश्य प्राथमिक स्तर पर बेहतर शिक्षक तैयार करना है। लेकिन छात्रों को डिप्लोमा का तीन साल का हो जाना रास नहीं आ रहा है। यही कारण है कि इस साल कम छात्र इसमें दिलचस्पी ले रहे हैं। छात्रों सोचते हैं कि तीन साल का डिप्लोमा करने से अच्छा कोई डिग्री कर ली जाए। यही वजह है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल फॉर्म की बिक्री कम हो रही है। इसकी संख्या 500 से 600 तक रह गई हैं। वहीं यह प्रक्रिया एक महीना देरी से शुरू होना भी कारण है।
अब डीएड करने के लिए कुल तीन साल का समय देना होगा। इसका उद्देश्य प्राथमिक स्तर पर बेहतर शिक्षक तैयार करना है। लेकिन छात्रों को डिप्लोमा का तीन साल का हो जाना रास नहीं आ रहा है। यही कारण है कि इस साल कम छात्र इसमें दिलचस्पी ले रहे हैं। छात्रों सोचते हैं कि तीन साल का डिप्लोमा करने से अच्छा कोई डिग्री कर ली जाए। यही वजह है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल फॉर्म की बिक्री कम हो रही है। इसकी संख्या 500 से 600 तक रह गई हैं। वहीं यह प्रक्रिया एक महीना देरी से शुरू होना भी कारण है।
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