Tuesday, July 17, 2012

हरियाणा शिक्षा विभाग ने बीईओ और बीईईओ की शक्तियां बांटी

प्रदेश में शिक्षा का अधिकार कानून (आरटीई) को प्रभावी बनाने और उसकी नियमित मानीटरिंग के लिए ब्लॉक एलीमेंट्री एजुकेशन आफिसर (बीईईओ) और ब्लॉक एजुकेशन आफिसर (बीईओ) के एरिया व काम बांट दिए गए हैं। काम के बढ़ते बोझ को देखते हुए विभाग ने तीन माह पहले ही राज्य के सभी 119 ब्लॉक में बीईईओ का पद सृजित किया था लेकिन उन्हें स्पष्ट जिम्मेदारी नहीं दी गई थी। अब विभाग ने जो आदेश जारी किया है उसके अनुसार, बीईओ नौवीं से 12वीं और बीईईओ पहली से आठवीं कक्षा तक वाले स्कूलों की जिम्मेदारी संभालेंगे।

बीईओ/बीईईओ हफ्ते में एक बार एक स्कूल की कार्यविधि, उसमें बच्चों-शिक्षकों की हाजिरी और वहां बनने वाले मिड-डे मील की जांच करेंगे। एनआरएचएम निदेशक डा. राकेश गुप्ता ने कहा कि इंदिरा बाल स्वास्थ्य योजना के तहत 6 से 18 वर्ष तक के बच्चों की स्वास्थ्य जांच स्कूलों में ही जाएगी। डॉक्टर बच्चों की स्कूल डायरी में उनकी सेहत की डिटेल लिखेंगे।
बीईओ की शक्तियां
> नौवीं से १२वीं तक के स्कूलों का निरीक्षण व वेतन संबंधी काम देखेंगे।

> वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में खाली पड़े प्राचार्य पद की जिम्मेदारी निभाएंगे।

> राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत चल रहे काम को देखेंगे।

> एसएमडीसी के सदस्यों की बैठक लेंगे।

बीईईओ की शक्तियां

> पहली से ८वीं कक्षा के विद्यालयों का निरीक्षण व वेतन संबंधी काम देखेंगे।

> प्राथमिक स्कूलों में रिक्त पड़े मुख्य अध्यापक के पद की जिम्मेदारी देखेंगे।

> एसएसए के तहत चल रहे सभी कार्यों पर नजर रखेंगे।

> एसएमसी के सदस्यों की बैठक लेंगे।

No comments:

Post a Comment